इस दिन मनाया जाएगा हारे का सहारा बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव, करें इन मंत्रों का जाप बनेंगे सारे बिगड़े कम

 
इस दिन मनाया जाएगा हारे का सहारा बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव, करें इन मंत्रों का जाप बनेंगे सारे बिगड़े कम

Khatu Dham : राजस्थान के पवित्र स्थान बाबा खाटू श्याम में लक्खी मेला चल रहा है। इस मेेले में देशभर से श्याम भक्त आकर बाबा के दरबार में माथा टेक रहे हैं। इस बार हारे का सहारा बाब खाटू श्याम हमारा इस कलयुग में बाबा खाटू श्याम के भक्तों की संख्या लाखों में है। 

आपको बता दें कि बाबा खाटू श्याम को श्री कृष्ण का अवतार इस कलयुग में माना जाता है। यह फाल्गुन का महीना चल रहा है मान्यता है कि फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन बाबा खाटू श्याम को श्री कृष्ण ने श्याम अवतार होने का वरदान दिया गया था। इसलिए इस दिन बाबा श्याम का जन्मदिन बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। बता दें कि बाबा को हारे का सहरा भी कहते हैं, जिस पर इनकी कृपा हो जाती है उसके सारे बिगड़े कार्य बन जाते हैं।

इस दिन है खाटू श्याम का जन्मदिन

कहते हैं कि जिस दिन भगवान श्री कृष्ण से बर्बरीक को श्याम अवतार की प्राप्ति हुई थी वह फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि उस दिन थी। इस लिहाज से हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह की एकदाशी तिथि इस बार 20 मार्च 2024 को है। यानि बाबा खाटू श्याम भगवान का इस दिन जन्मदिन मनाया जाएगा। बाबा खाटू श्याम का राजस्थान के सीकर जिले में मंदिर है जहां उनका शीश प्रकट हुआ था।

आपको बता दें कि आज बुधवार को बाबा खाटू श्याम धाम में 20 मार्च 2024 को उनके जन्मदिन के उपलक्ष में लक्खी मेला लगता है, आज के दिन खाटू श्याम में काफी भीड़ भक्तों की है। मेले की शुरुआत 12 मार्च से हो चुकी है और यह 20 मार्च 2024 को समाप्त होगी। राजस्थान के सीकर में बाबा खाटू श्याम के मंदिर में उनका जन्मदिन बड़े ही भव्य तरीके से मनाया जाएगा है। यहां दूर-दूर से उनके भक्त बाबा के दर्शने करने आते हैं।

बाबा खाटू श्याम के मंत्र

हारे का सहारा बाबा खाटू श्यान के ये कुछ प्रसिद्ध और लाभाकारी मंत्र हैं। उनके जन्मोत्सव पर्व पर इन मंत्रों का जाप करते हुए श्याम बाबा से अपनी हर मनोकामना कहें, उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होगी।

ॐ श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्मने। प्रणत: क्लेशनाशाय सुर्ह्दयाय नमो नम:।।

ॐ मोर्वी नंदनाय विद् महे श्याम देवाय धीमहि तन्नो बर्बरीक प्रचोदयात्।।

ॐ श्याम शरणम मम:

ॐ खातुनाथाय नम: