कौन थी भानुमति, दुर्योंधन की पत्नी भानुमति से अर्जुन ने क्यों की थी शादी, वजह जानकर होगी हैरान

 
कौन थी भानुमति, दुर्योंधन की पत्नी भानुमति से अर्जुन ने क्यों की थी शादी, वजह जानकर होगी हैरान

महाभारत के पात्रों की चर्चा करते समय, कुछ मुख्य चेहरे सामने आते हैं। यह सच है कि महाभारत, सबसे बड़े युद्ध की पूरी कहानी है, और कुछ महिलाओं की कहानियाँ इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, चाहे वो द्रौपदी का चीर हरण हो या फिर कुंती के पांच पुत्रों की कहानी हो।

हम जानते हैं कि ऐसी कई महत्वपूर्ण कथाएं हैं जिनसे हम सभी परिचित हैं। लेकिन महाभारत के इस महायुद्ध में, कुछ ऐसे पात्र भी हैं जिनकी कहानी आमतौर पर अज्ञात रहती है। ऐसा ही एक पात्र है महाभारत के योद्धा दुर्योधन की पत्नी भानुमति का।

ये एक ऐसी महिला थी जो महाभारत के सबसे चर्चित पात्र दुर्योधन की पत्नी जरूर थीं लेकिन फिर भी शायद ही कोई इनके बारे में जानता हो। आइए आपको बताते हैं उस महिला के बारे में जिसकी महाभारत में एक मुख्य भूमिका थी।

महाभारत की कहानी दुर्योधन के इर्द गिर्द घूमती है

जब भी बात महाभारत के युद्ध की आती है तब धृतराष्ट्र के पुत्र दुर्योधन का जिक्र सबसे पहले होता है। दरअसल इस युद्ध का कारण ही दुर्योधन को माना जाता है। महाभारत की कथा में इस बात का जिक्र किया गया है कि कैसे दुर्योधन ने द्रौपदी (कैसे हुई थी द्रौपदी की मौत) का चीर हरण करवाया और अपमानित पांडवों ने महाभारत के युद्ध की घोषणा की।

वहीं महाभारत ग्रंथ में दुर्योधन की पत्नी का भी जिक्र मिलता है, लेकिन इसके पन्नों में ये नाम लगभग छिप सा जाता है। जी हां, दुर्योधन की पत्नी का नाम भानुमति था और वो कई गुणों से संपन्न भी थीं। लेकिन कुछ कारणों की वजह से वो इस ग्रन्थ से लगभग गायब थीं। आइए आपको बताते हैं भानुमति से जुड़ी कुछ बातों के बारे में।

कौन थीं दुर्योधन की पत्नी भानुमति

भानुमति काम्बोज के राजा चंद्रवर्मा की पुत्री थीं जैसे ही वो बड़ी होने लगीं उनके पिता ने उनके विवाह के लिए स्वयंवर रचा। स्वयंवर में दूर दूर के धुरंधर सम्मिलित हुए। लेकिन जब स्वयंवर की बारी आयी तब भानुमति ने दुर्योधन का चुनाव न करके वर माला लेकर आगे बढ़ गईं।

इस बात पर क्रोधित होकर दुर्योधन ने जबरन ही वर माला अपने गले में डलवाई और उसे अपनी पत्नी बना लिया। इस प्रकार बल पूर्वक भानुमति दुर्योधन की पत्नी बन गईं। भानुमति से दुर्योधन के विवाह के बाद उनके दो बच्चों लक्ष्मण और बेटी लक्ष्मणा को जन्म दिया था।

श्री कृष्ण के बेटे से हुआ भानुमति की बेटी का विवाह

पौराणिक कथाओं के अनुसार भानुमति के दो जुड़वा बच्चों में से एक उनकी पुत्री लक्ष्मणा के साथ भी उनकी माता की तरह ही विवाह का दृश्य सामने आया। लक्ष्मणा भी भानुमति की ही भांति बेहद सुंदर और चतुर थीं। जब वह बड़ी हुईं तो दुर्योधन ने लक्ष्मणा का विवाह कर्ण के पुत्र वृषसेन से करने की योजना बना ली।

लेकिन दुर्योधन ने अपनी पुत्री के लिए एक स्वयंवर रचा जिसमें पहले से ही यह तय था कि लक्ष्मणा किसे वरमाला पहनाएंगी। लेकिन दुर्योधन की योजना के खिलाफ कृष्ण पुत्र साम ने जबरदस्ती लक्ष्मणा से विवाह कर लिया।

दुर्योधन की मृत्यु के बाद भानुमति का क्या हुआ

महाभारत की पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जब युद्ध समाप्त हो गया और दुर्योधन की मृत्यु हो गयी तब पांडवों ने अपने वंश को आगे बढ़ाने के लिए भानुमति को अपनी पत्नी बनाने का विचार किया। उस समय भानुमति ने अर्जुन (महाभारत में अर्जुन को एक साल महिला बनकर क्यों रहना पड़ा) से विवाह स्वीकार कर लिया और पांडवों के परिवार का हिस्सा बन गईं।