Relationship Tips: आपके रिश्ते में आने लगी है दूरियां, इन बातों का रखें ध्यान, मजबूत होगा रिलशनशिप
Relationship Tips: रिलेशनशिप में एक दूसरे पर विश्वास होना जरूरी है। अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक दूसरे की भावनाओं को ख्याल रखना जरुरी है। ऐसे में प्यार या इंटिमेसी ना होने से एक-दूसरे के बीच दूरियां बढ़ने लग जाती है। ऐसे में कुछ चीजों का ध्यान देना बहुत जरुरी है।
अपनी टोन का ध्यान रखें
किसी भी रिश्ते में संवाद करना अच्छा है, लेकिन बात करते समय आपका टोन बहुत मायने रखता है। आप अच्छी बात को भी गलत टोन में बोलेंगे, तो आपकी उस अच्छी बात का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इसलिए बात करते समय अपनी टोन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
साथ रहकर भी न रहें अजनबी
अगर आप एक कमरे में अपने पार्टनर के आसपास हैं, तो उन्हें टच करना या आई कॉन्टैक्ट करना बहुत जरूरी है। एक कमरे में अजनबियों जैसा रहना सबसे बड़ी गलती है, जो एक कपल अनजाने में करते हैं। घंटो मोबाइल में बिता कर मुंह फेर कर सो जाने से मात्र दूरियां ही बढ़ती हैं।
क्वालिटी टाइम बिताएं
शादी को कितने साल हुए ये मायने नहीं रखता है, ये आपके रिश्ते की गारंटी नहीं लेता है कि आपके बीच सब ठीक ही है। कुछ लोग जबरदस्ती बच्चों की वजह से या अन्य कारणों से अपने रिश्ते को ढोते हैं और इसकी उम्र बढ़ाते हैं। इसकी जगह रिश्ते में आप कितना क्वालिटी टाइम बिताते हैं, वो मायने रखता है।
इमोशनल इंटिमेसी जरूरी
एक-दूसरे के प्रति इंटिमेट रहने के लिए एक-दूसरे के प्रति भावनात्मक होना जरूरी है। बिना इमोशनल इंटिमेसी के एक-दूसरे के प्रति इंटिमेट होना क्षणिक सुख होता है। इससे रिश्ते की उम्र कम होती है। इसलिए इसका ख्याल रखें।
अपना प्यार जाहिर करें
अपने पार्टनर को प्यार करना और आपका पार्टनर आपके प्यार को कितना महसूस कर रहा है, ये दो अलग बातें हैं। इसलिए प्यार को सही तरीके से जताना जरूरी है। इसके लिए सरप्राइज दें, तारीफ करें और इज्जत दें। यही बातें आपके रिश्ते को अटूट बनाती हैं।
अपनी बातें एक्सप्रेस करें
अपनी बातें एक्सप्रेस करना बहुत जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप इमोशनल डिस्कनेक्ट हो रहे हैं। बातों को एक्सप्रेस करने से आप सामने वाले से और भी जुड़ाव महसूस करेंगे।
इमोशनल मैच्योरिटी जरूरी
किसी भी रिश्ते में इमोशनल मैच्योरिटी इसमें है कि आप एक-दूसरे के टॉक्सिक ट्रेट को पहचानें। मात्र पार्टनर में कमी न निकालें। अपने टॉक्सिक बिहेवियर को पहचानें और उसको सुधारने के लिए काम करें।