Rakshabandhan Bhadrakal dosh : आज भाई की कलाई पर राखी बांधेंगी बहनें, जानें कब तक है भद्राकाल का समय?
रक्षाबंधन भाई और बहन के प्यार का प्रतीक है। आज के दिन सभी बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधती है। आज रक्षाबंधन के दिन भद्रकाल दोष लग रहा है। भद्रा में राखी नहीं बांधी जाती। भद्रा में राखी बांधने से अनहोने होने का डर बना रहता है। आइए जानते हैं कि आज राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
आज यानी कि अगस्त 2024 को सोमवार का दिन है। आज सावन का आखिरी सोमवार भी है। ज्योतिष पंचांग के अनुसार सोमवार को दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक भद्रा रहेगी। भद्रा का निवास पाताल में है और दोपहर बाद 1:31 से रात्रि 09:07 तक रहेगा।
अशुभ भद्राकाल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्राकाल को अशुभ समय बताया गया है। बता दें कि भद्राकाल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। इस दौरान कोई भी काम को करना अशुभ माना जाता है।
भद्राकाल
भद्राकाल - पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ के साथ भद्रा की शुरुआत
भद्राकाल की समाप्ति - 19 अगस्त 2024 को दोपहर 1:30 पर
भद्रा मुख - 19 अगस्त को प्रातः 10:53 से दोपहर 12:37 तक
भद्रा पूंछ - 19 अगस्त को प्रातः 09:51 से प्रातः 10:53 तक
रक्षाबंधन के दिन भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले कुछ विशेष पूजा और अनुष्ठान करने चाहिए। यहाँ कुछ चरण दिए गए हैं।
1. स्नान और स्वच्छता: सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
2. पूजा स्थल तैयार करें: एक स्वच्छ और शांत स्थान पर पूजा स्थल तैयार करें।
3. दीपक जलाएं: दीपक जलाकर भगवान का आह्वान करें।
4. भाई को आसन पर बैठाएं: भाई को पूजा स्थल पर आसन पर बैठाएं।
5. तिलक लगाएं: भाई के माथे पर तिलक लगाएं।
6. राखी बांधें: राखी बांधने से पहले भगवान का ध्यान करें और प्रार्थना करें।
7. आरती करें: राखी बांधने के बाद आरती करें और मिठाई खिलाएं।
8. दान करें: रक्षाबंधन के दिन दान करना शुभ माना जाता है।
इन चरणों का पालन करके आप रक्षाबंधन की पूजा और अनुष्ठान कर सकते हैं।