No Railway Station: दुनिया के ऐसे देश जहां अब तक नहीं कोई भी रेलवे स्टेशन, लोग आने जाने के लिए करते हैं इसका प्रयोग

दुनिया के हर देश सभी क्षेत्रों में तरक्की कर रहें हैं,चाहे वह टेक्नोलॉजी हो या एक राज्य से दूसरे राज्य व एक देश से दूसरे देश में जाने के लिए हवाई जहाज नेटवर्क व रेलवे नेटवर्क की व्यवस्था ही क्यों न हो।
 
No Railway Station

No Railway Station: दुनिया के हर देश सभी क्षेत्रों में तरक्की कर रहें हैं,चाहे वह टेक्नोलॉजी हो या एक राज्य से दूसरे राज्य व एक देश से दूसरे देश में जाने के लिए हवाई जहाज नेटवर्क व रेलवे नेटवर्क की व्यवस्था ही क्यों न हो।

 सभी समय के अनुसार अपनी व्यवस्था कर रहें हैं। ये कहो की पूरी दुनिया मौजूदा समय में हर चीज में तरक्की कर रही है। दुनिया में ऐसे कई देश है, जिन्होंने नई-नई मिसालें पेश की हैं।

वहीं ऐसे भी कई देश हैं जहां आने जाने लिए सड़क के आलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है। इन देशों में रेलवे प्रोजेक्ट्स शुरू तो हुए, पर सफल नहीं हुए।

यानी यहां तक आने जाने के लिए सड़क के आलावा कोई और दूसरा मार्ग नहीं है। वहीं अगर अब हमारे देश के रेलवे नेटवर्क की बात करें तो यह दुनिया के सबसे लंबे रेलवे नेटवर्क में से एक है।

वहीं दुनिया के ट्रांसपोर्टेशन तरीकों में रेलवे सबसे पुराना है। इसे यात्रा करने के सबसे सस्ता और सरल साधन माना जाता है। वहीं दुनिया में ऐसे भी कुछ देश हैं जहां रेल नहीं चलती है। आज हम आपको ऐसे ही देशों के बारे में बताएंगे, जहां आज भी ट्रेन में बैठना लोगों को नसीब नहीं होता है।

इन देशों में नहीं है रेलवे नेटवर्क की  सुविधा

भूटान

भारत का पडोसी देश भूटान साउथ एशिया का सबसे छोटा देश है। इस देश में अभी तक कोई  रेलवे नेटवर्क नहीं है। वैसे इस देश को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की चर्चा हो रही है। भारत ने नेपाल के तोरीबारी को पश्चिमी बंगाल के हाशिमारा से जोड़ने का प्लान तैयार किया है और यह रेल लाइन भूटान से होकर गुजरेगी।

अंडोरा देश

अंडोरा देश दुनिया का 11वां सबसे छोटा देश है। इस देश में भी रेलवे नेटवर्क नहीं है। यहां जानें के लिए इसके सबसे करीबी स्‍टेशन फ्रांस उतरना होता है और इसके बाद देश तक जाने के लिए बस सेवा उपलब्ध है।

कुवैत

कुवैत में तेल के भंडार हैं। लेकिन यहां पर भी आज तक रेलवे लाइन नहीं है। इस देश में रहने वाले लोग काफी अमीर हैं और उनकी लाइफस्टाइल भी हाई-फाई है। कुवैत में रेलवे प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है. वो दिन दूर नहीं जब कुवैत ( Kuwait ) की ट्रेनों में भारतीय सफर करते नजर आएंगे।

पूर्वी तिमोर

पूर्वी तिमोर में भी ट्रेनों का नेटवर्क नहीं है। क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के सबसे छोटे देश में लोग सड़कों के जरिए ज्यादा सफर करते हैं। अब इस देश में 310 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक के निर्माण का काम शुरू होने जा रहा है.

साइप्रस

साइप्रस में भी रेल नेटवर्क नहीं है। 1950 से 1951 तक यहां रेलवे नेटवर्क था। लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इस ट्रैक को चालू नहीं रखा जा सका। इसी वजह से 1951 के बाद इसे यहां बंद कर दिया गया था।