आखिर क्या होता होता 'पटियाला पैग', कितना बड़ा होता है पीने में?

 
आखिर क्या होता होता 'पटियाला पैग', कितना बड़ा होता है पीने में?

Patiala peg: उत्तर भारत के अधिकांश व्हिस्की प्रेमी यह मानते होंगे कि पटियाला पैग कुछ खास है. यह वाकई में राजसी पैग है, जिसे 120 मिलीलीटर व्हिस्की में कुछ सोडा और बर्फ के साथ परोसा जाता है. पटियाला पैग इस बात की गारंटी है कि इसे पीने वाला अगले दिन एक तेज हैंगओवर के साथ उठता है. दिलचस्प बात यह है कि इसे इसीलिए ही बनाया गया था.

र पटियाला पैग की ईजाद पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह के दरबार में हुई थी, जिन्होंने 1900 से 1938 तक तत्कालीन पटियाला रियासत पर शासन किया था. महाराजा, आधुनिक भारतीय इतिहास के सबसे प्रसिद्ध और विवादास्पद शख्सियतों में से एक थे. उनकी ख्याति एक असाधारण उदार मेजबान के तौर पर थी. वह अक्सर विदेशी गणमान्य व्यक्तियों और खिलाड़ियों के लिए शानदार पार्टियां आयोजित करते थे.

एक चीज जो उन्हें पसंद नहीं थी, वह थी हारना. महाराजा, जिनके पास सिख योद्धाओं से युक्त एक शक्तिशाली पोलो टीम थी, ने एक बार ‘टेंट पेगिंग’ के एक दोस्ताना टूर्नामेंट के लिए वायसराय प्राइड नामक एक आयरिश पोलो टीम को आमंत्रित किया था. उस समय पटियाला टीम, वायसराय प्राइड टीम के मुकाबले काफी हद तक अनुभवहीन थी. आयरिश टीम एक मजबूत, कुशल और खेल जीतने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ टीम थी. 

कितना बड़ा है पटियाला पेग?
एक पटियाला पैग लगभग 120 मिलीलीटर व्हिस्की (एक डबल-डबल) के बराबर होता है. महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा ‘पटियाला पैग’ का नामकरण किया गया. जो आज पूरी दुनिया मशहूर हो गया है. शुरुआत में ‘पटियाला पैग’ सिर्फ शाही मेहमानों को परोसा जाता था. लेकिन अब हर खुशी के मौके पर लोग अपनी खुशी को दोगना करने की खातिर ‘पटियाला पैग’ का लुत्फ उठाने लगे हैं.