Haryana News: हरियाणा के पंचकूला जिले के पिंजौर क्षेत्र में हुई सुपरवाइजर राजीव गुप्ता की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि यह हत्या एक प्रेम प्रसंग के चलते की गई थी, जिसमें युवती का भाई, मामा और एक दोस्त शामिल थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को 27 अगस्त को मनीमाजरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास से गिरफ्तार किया। सभी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, और अब उनसे हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार व अन्य सबूतों की बरामदगी की जा रही है।
राजीव गुप्ता, जो कि उत्तर प्रदेश के हरदोई का रहने वाला था और वर्तमान में चंडीगढ़ के सेक्टर-13 न्यू इंदिरा कॉलोनी में रह रहा था, आईटी पार्क की एक कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। 2 अप्रैल को उसकी शादी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद उसका मनीमाजरा की एक युवती से प्रेम संबंध चल रहा था।
जब युवती के परिवार वालों खासतौर पर उसके भाई कमलदीप उर्फ कुंदन और मामा सत्यनारायण उर्फ सत्ता को इस रिश्ते की जानकारी हुई, तो उन्होंने राजीव को कई बार जान से मारने की धमकी दी। चंडीगढ़ पुलिस को इस संबंध में पहले भी शिकायत दी गई थी।
9 अगस्त को की गई थी निर्मम हत्या
पुलिस के मुताबिक, 9 अगस्त को तीनों आरोपियों ने राजीव को फोन कर मिलने के लिए बुलाया और फिर उसे पिंजौर-नालागढ़ बाईपास की तरफ ले गए। वहां उन्होंने पहले उससे कहासुनी की, फिर सुए से उस पर ताबड़तोड़ वार किए। जब राजीव बचने की कोशिश करने लगा, तो उन्होंने चुन्नी से गला घोंटा और उसकी गर्दन तोड़ दी।
हत्या के बाद शव को गांव सुखोमाजरी के पास एक गहरी खाई में दबा दिया गया। 22 अगस्त को, पुलिस ने कॉल डिटेल्स के आधार पर लोकेशन ट्रैक की और शव को सुखोमाजरी के जंगल से बरामद कर लिया।
मोबाइल डिटेल्स से खुली हत्या की गुत्थी
राजीव के लापता होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला कि राजीव आखिरी बार पिंजौर इलाके में था। इसके बाद लड़की को थाने बुलाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने बताया कि राजीव उसे एक्टिवा पर मिलने आया था। लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड्स से लड़की के भाई और मामा की मौजूदगी भी उसी स्थान पर पाई गई, जिससे शक और पुख्ता हो गया।
पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज के मार्गदर्शन में डिटेक्टिव स्टाफ की टीम ने सख्ती से जांच की और तीनों आरोपियों को काबू में लिया।
गंभीर बात यह है कि सत्यनारायण और विनोद पर पहले से ही हत्या के मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, तीनों हत्या के बाद फरार हो गए थे और लगातार स्थान बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस रिमांड पर आरोपी, जांच जारी
तीनों आरोपियों को पकड़ने के बाद कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अब उनसे पूछताछ के जरिए हत्या में इस्तेमाल हथियार, घटना से जुड़े अन्य सबूत और पूरे षड्यंत्र की गहराई से जांच की जा रही है।