Accident: सोनीपत के रामपुर के 2 कांवड़ियों की हरिद्वार में मौत, रेवाड़ी के कांवड़िए की भी हादसे में गई जान
सोनीपत के दोनों कांवड़िये सोते हुए कैंटर की चपेट में आ गए। वहीं रविवार तड़के खेवड़ा के पास सड़क हादसे में रेवाड़ी का कांवड़ियां घायल हो गया था।

हरियाणा के सोनीपत जिले के गावं रामपुर से डाक कांवड़ लेने गए दो कांवड़ियों की हरिद्वार में कैंटर की चपेट में आने से मौत हो गई। गांव में जब इसकी जानकारी पहुंची तो मातम पसर गया। ग्रामीण जहां शिवरात्रि पर डाक कांवड़ लेकर आने की बाट जोह रहे थे, वहीं दो युवाओं के शव ही गांव में पहुंचे। गमगीन माहौल में दोनों का रविवार शाम को अंतिम संस्कार किया गया।
गांव रामपुर से वीरवार को 25 युवाओं का दल डाक कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गया था। बताया जा रहा है कि सभी युवा शनिवार की रात में हरिद्वार में बने हरियाणा टापू (विश्राम करने की जगह) पर सो रहे थे। इसी बीच रात करीब दो बजे अफरा-तफरी के साथ ही चीखने-चिल्लाने की आवाज आई तो पता चला कि रामपुर निवासी दीपांशु (21) और योगेश (22) के ऊपर कैंटर चढ़ गया है।
बताया जा रहा है कि बहादुरगढ़ से भी डाक कांवड़ लेने के लिए युवाओं का एक दल हरिद्वार गया हुआ था, जिनके कैंटर के बंद होने के कारण उसे धक्का देकर स्टार्ट किया जा रहा था। इसी दौरान कैंटर दीपांशु और योगेश के ऊपर से गुजर गया। गंभीर हालत में दोनों को पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों को जैसे ही हादसे का पता चला तो दोनों के परिवार के सदस्य सन्न रह गए। रात में ही ग्रामीण हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। रविवार शाम को दोनों के शवों का गांव लाया गया।
दीपांशु के चाचा ओमबीर ने बताया कि वह अपने पिता जयबीर के साथ खरखौदा में पानी के कैंपर सप्लाई करने में हाथ बटाता था। उसका एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन है। वहीं योगेश ने गांव में ही सैलून खोला हुआ था। योगेश के पिता भी मेहनत मजदूरी करते हैं। योगेश का एक भाई वह एक बहन है। हादसे के बाद से ही न केवल दोनों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है, बल्कि पूरे गांव में शोक व्याप्त है। शाम को दोनों युवाओं को अंतिम संस्कार किया गया।
साथियों से नहीं हो रहा संपर्क, उसके बाद वाहन का लगेगा पता
हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे युवक की सोनीपत में गांव खेवड़ा के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस ने उसके पिता के बयान पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। रेवाड़ी के गांव गंगायचा अहीर निवासी वीरपाल सिंह ने बहालगढ़ थाना पुलिस को बताया कि उनका बड़ा बेटा आशीष (26) गांव के लोगों के साथ 20 जुलाई को कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गया था। वह 22 जुलाई को कांवड़ लेकर लौट रहा था।
24 जुलाई को तड़के खेवड़ा गांव के पास पहुंच गए थे। वहां पर किसी वाहन ने आशीष को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसके साथ चल रहे अन्य कांवड़ियों ने हादसे की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने घायल को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसको पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया।
पीजीआई के ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान आशीष की मौत हो गई। वीरपाल का कहना है कि उसके साथी कांवड़ियों से संपर्क नहीं हो सका है। जिसके चलते उन्हें वाहन के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। जिस पर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।