इस जगह जूते-चप्पल रखने से छा जाती है घर में कंगाली, पैसों के लिए तरस जाता है इंसान

Vastu Shoe Rack Placement: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में विभिन्न चीजों को रखने की विशेष दिशा और स्थान का महत्व होता है, और इसका उल्लिखन जूते और चप्पलों के लिए भी है।
 
इस जगह जूते-चप्पल रखने से छा जाती है घर में कंगाली,

Shoes And Slipper Astro Tips: "जूते और चप्पल के एस्ट्रो टिप्स: वास्तु शास्त्र में, घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा को कम करने के लिए कई उपाय दिए गए हैं, और इन उपायों में से एक उपाय है जूते और चप्पलों को सही स्थान पर रखना। 

वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि इन उपायों का पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कम होता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जूते और चप्पलों को सही स्थान पर रखने का भी एक विशेष तरीका होता है, और इसके लिए एक निश्चित स्थान और दिशा का महत्व होता है। इन नियमों का पालन नहीं करने पर, घर में आर्थिक समस्याएँ और परिवार के सदस्यों के बीच कलह बढ़ सकती हैं। 

इसके अलावा, व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। आइए जानें, जूते और चप्पलों को सही तरीके से रखने के कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में।"

"यहां जूते-चप्पल न रखें:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जूते और चप्पल रखने के लिए कुछ खास स्थानों का निर्देश दिया गया है, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:

1. तुलसी के पौधे के आसपास

कभी भी जूते और चप्पलों को तुलसी के पौधों के आसपास नहीं रखना चाहिए और उन्हें पैरों से नहीं खोलना चाहिए। इसका उल्लंघन करने पर घर में कंगाली और कई समस्याएँ आ सकती हैं।

2. बेडरूम

कभी भी जूते और चप्पलों को बेडरूम में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह अशुभ माना जाता है और इससे परिवार के सदस्यों के संबंधों में कलह बढ़ सकती है।

3. मुख्य द्वार पर

जूते और चप्पलों को कभी भी घर के मुख्य द्वार पर नहीं खोलना चाहिए, क्योंकि इससे धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती है और घर से धन की बर्कत कम हो सकती है।

4. किचन से दूर

किचन में जूते और चप्पल रखने का अर्थ है कि अन्न और अग्नि देवता का अपमान करना, इसलिए कभी भी किचन में इन्हें नहीं रखना चाहिए।

5. शू-रैक की सही दिशा 

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के सभी जूते और चप्पलों को जमा कर के शू-रैक में रखना चाहिए और फिर शू-रैक को घर की दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है।"