Scheme For Daughters: क्या है सुकन्‍या समृद्धि और LIC कन्‍यादान योजना, जानिए बेटियों के लिए कौन सी योजना रहेगी ज्यादा बेहतर

बेटियों  के पैदा होते ही माता पिता को चिंता होने लग जाती हैं। कभी पढ़ाई लिखाई तो कभी शादी की। बेटियों के बेहतर भविष्य की चिंता को देखते हुए सरकार भी बेटियों के सुरक्षित भविष्य और हितों को लेकर अच्छे कदम उठा रही है।
 
Scheme For Daughters

Scheme For Daughters: बेटियों  के पैदा होते ही माता पिता को चिंता होने लग जाती हैं। कभी पढ़ाई लिखाई तो कभी शादी की। बेटियों के बेहतर भविष्य की चिंता को देखते हुए  सरकार भी बेटियों के सुरक्षित भविष्य और हितों को लेकर अच्छे कदम उठा रही है। इसलिए आये दिन कोई न कोई योजनाएं आती रहती हैं।

 इनमे से एक है सुकन्या समृद्धि योजना, जो बेटियों की बेहतर भविष्य और शिक्षा को लेकर शुरू की गई एक अहम योजना है। वहीं, भारतीय जीवन बीमा निगम ने भी कन्यादान स्कीम शुरू की है। माता-पिता अक्सर कन्फ्यूज़ रहते हैं कि इन दोनों में से कौन-सी स्कीम बेहतर है। आपको बता दें कि इन दोनों से मिलने वाले रिटर्न और फायदों में काफी अंतर है। 

अगर आप एलआईसी कन्यादान के नाम से कोई स्कीम खोजेंगे तो आपको कुछ नहीं मिलेगा। दरअसल, ये एलआईसी जीवन लक्ष्य पॉलिसी का कस्टमाइजड रूप है और बेटियों के परिजनों को अधिक-से-अधिक लुभाने के लिए इसे इस नाम से प्रचारित किया जाता है। 

सुकन्या समृद्धि योजना की करें तो इसे 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। यह योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लाई गई थी। इस योजना का भी मुख्य मकसद यही है कि बेटी की सुखी भविष्य के लिए माता-पिता को फंड जुटाने में सहायता की जाए।  इन दोनों का लक्ष्य भले एक हो लेकिन इनके काम करने के तरीके में अंतर है जिसके बारे में आप आगे पढे़ंगे। 

LIC कन्‍यादान योजना

इसमें योजना में निवेश के लिए बेटी की आयु कम से कम 1 साल और पिता की आयु न्यूनतम 18 व अधिकतम 50 साल होनी चाहिए। इसे भारतीय नागरिक व एनआरआई दोनों खरीद सकते हैं. इसमें कम से कम 1 लाख रुपये का सम एश्योर्ड होता है.

अधिकतम रकम की कोई सीमा नहीं है. साल में कितना भी भुगतान किया जा सकता है. अकाउंट का मैच्योरिटी टेन्योर 13-25 साल का होता है. पॉलिसी खरीदने के 3 साल बाद इस पर लोन लिया जा सकता है.

अगर पिता की मृत्यु होती है तो प्रीमियम लेना बंद कर दिया जाता है. प्राकृतिक मौत की दशा में 5 लाख रुपये और दुर्घटना से मौत होने पर 10 लाख रुपये का आर्थिक भुगतान तुरंत किया जाता है. इसके अलावा परिवार या नॉमिनी को हर साल 50,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा जब तक पॉलिसी मैच्योर नहीं हो जाती. टर्म पूरा होने पर पूरा मैच्योरिटी अमाउंट भुगतान किया जाएगा.

सुकन्या समृद्धि योजना

इसमें निवेश के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।  यह केवल भारतीय नागरिकों के लिए है।  इसमें सम एश्योर्ड खाताधारक द्वारा किए गए भुगतान पर निर्भर है। हर साल केवल 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं।  

ये अकाउंट बच्ची के 21 साल का होने या फिर शादी तक मैच्योर होता है।  इसमें लोन की फैसिलिटी नहीं होती है। यहां खाताधारक बच्ची खुद होती है इसलिए उसके निधन की दशा में परिजन को भुगतान के अनुरूप जमा सम एश्योर्ड ब्याज के साथ दे दिया जाता है <यहां कोई मुआवजा नहीं मिलता है।