Wrestlers Protest: हरियाणा के पहलवानों का जंतर-मंतर पर धरने का 13वां दिन, 7 मई को जंतर-मंतर पर राकेश टिकैत ने किया महापंचायत का ऐलान

 
 हरियाणा के पहलवानों का जंतर-मंतर पर धरने का 13वां दिन

Wrestlers Protest: हरियाणा के पहलवानों का भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरना शुक्रवार को 13वें दिन भी जारी है। 

गुरुवार को देर रात धरना स्थल पर किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। 

जहां उन्होंने पहलवानों व अन्य लोगों को संबोधित करते हुए कई बड़े ऐलान किए।

उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों के साथ दिल्ली पुलिस ने महज बेड लाने की बात का बहाना बना कर इतना दुर्व्यवहार किया, जोकि किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा। 

इन बच्चों की बिजली-पानी की व्यवस्था को भी काट दिया गया है। अब इस आंदोलन को जातिवाद में बदलने की साजिश रची जा रही है।

जबकि ये बच्चे किसी जाति से नहीं है, ये बच्चे हमारे हैं, देश के हैं। इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। 

इन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं आनी चाहिए। बाहर का कोई असामाजिक तत्व इन पर हमला न कर दें। 

हालांकि दिल्ली पुलिस ने यहां बैरिकेडिंग भी बहुत की हुई है, ये अच्छा है। मगर पुलिस को और पैनी नजर रखने की जरूरत है।

7 मई को खाप पंचायतों के प्रतिनिधि जंतर-मंतर आएंगे। गुरुवार को भी हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर खाप पंचायतें हुई हैं। 

अब हमारे पास दो दिन का समय है, इसमें हम बाकी सभी जगहों पर संपर्क करेंगे। खापों के जो भी प्रतिनिधि होंगे, उन्हें 7 मई को यहां बुलवाएंगे। यहां आगे की रणनीति बनानी पड़ेगी।

क्योंकि इन बच्चों की प्रैक्टिस छूट रही है। इस पर भी बात करेंगे। अधिकारियों के भी संज्ञान में ये बात लाई जाएगी। 

हमारी सरकार से भी ये अपील है कि इन बच्चों की प्रैक्टिस की व्यवस्था की जानी चाहिए। ये व्यवस्था यहां हो या कई दूसरी जगह, इस बारे में बात करेंगे। 

खिलाड़ियों को हताश होने की जरूरत नहीं है। इस लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ेंगे।

बजरंग पुनिया ने दिल्ली पुलिस से अपील की है कि उनके सर्मथन में आने वाले जिन लोगों को डिटेन किया गया है, उन्हें जल्द छोड़ा जाए। 

वहीं, विनेश फोगाट ने कहा कि है कि जिन भी लोगों को डिटेन किया गया है, अगर उनको कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदार भी दिल्ली पुलिस होगी।

हालांकि पुलिस ने यह सब कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया है। जिस बात का हम सम्मान करते हैं। 

हम खुद भी नहीं चाहते कि किसी भी तरह की हिंसा हो। जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक धरना जारी रहेगा। 

अब जो भी फैसला लिया जाएगा, वह खाप लेगी। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट से पहले हमारी खापे फैसला लेती है। हमारे लिए वहीं सर्वमान्य होगा।

बजरंग पुनिया ने कहा कि मेरी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी यही गुजारिश है कि आप भी आइए और हमारा सपोर्ट कीजिए। 

क्योंकि ये हमारे भारत की बेटियों का मुद्दा है। आप हमारे प्रदेश के मुखिया है। ये बेटियों को न्याय दिलवाने का मामला है, तो आप क्यों नहीं आ रहे यहां पर। 

वहीं, विनेश ने कहा कि जब तक बृजभूषण पर केस दर्ज नहीं हुआ था, तब तक सीएम कह रहे थे कि वे साथ हैं, बेटियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। 

जैसे ही केस दर्ज हो हुआ, तो वह साथ कहा चला गया। हमारी उम्मीद है सीएम इस मामले में संज्ञान लेंगे।