Neeraj Chopra : ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का एक और कमाल, डायमंड लीग में जीतकर बने डबल गोल्ड जीतने वाले इकलौते भारतीय

Neeraj Chopra: देश को ओलिंपिक गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप और डायमंड लीग जैसे बड़े कॉम्पिटिशन में मेडल दिलाने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक और कारनामा किया है।
नीरज चोपड़ा डायमंड लीग में लगातार दूसरा गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
25 साल के नीरज ने दोहा में चल रही प्रतियोगिता के मेन्स जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में पहले ही प्रयास में 88.67 मीटर भाला फेंका।
ये नीरज का गोल्ड विनिंग परफॉर्मेंस साबित हुआ। नीरज ने साल 2023 का पहला ही मेडल जीता है।
पिछले साल नीरज ने ज्यूरिख में डायमंड लीग का पहला गोल्ड जीता था।
2022 में नीरज ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी भारत को सिल्वर मेडल दिलाया था।
ये था फाइनल मैच का रोमांच...
जेवलिन थ्रो फाइनल में नीरज चोपड़ा और सिल्वर मेडल विनर चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेच के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।
मुकाबले की रोचकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दोनों की जीत हार का अंतर महज 0.04 मीटर रहा।
जेवलिन थ्रो फाइनल में हर एथलीट को 6 थ्रो यानी 6 अटेम्प्ट मिलते हैं।
इनमें से बेस्ट थ्रो को गिना जाता है।
चोपड़ा का पहला ही अटेम्प्ट बेस्ट रहा।
उन्होंने 88.67 मीटर का थ्रो फेंका जो कि ओवर ऑल इवेंट का बेस्ट थ्रो था।
नीरज ने दूसरे थ्रो में 86.04 मीटर की दूरी के साथ अपनी लय बनाए रखी,
जबकि जैकब वाडलेच ने अपने दूसरे अटेम्प्ट में सबसे नजदीकी 88.63 मीटर का थ्रो फेंका।
थ्रो के तीसरे राउंड में ग्रेनेडिया के एंडरसन पीटर्स ने अंडर-85 का थ्रो फेंका।
नीरज चोपड़ा और जैकब वाडलेच ने अपना अच्छा फॉर्म जारी रखा
और 85.47 मीटर और 86.64 मीटर के थ्रो किए।
चौथे राउंड में शीर्ष तीन ने लीडरबोर्ड को बरकरार रखते हुए एक-एक फाउल फेंका।
जैकब वाडलेच ने पांचवें राउंड में 88 मीटर थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा के थ्रो के करीब पहुंचने की कोशिश की,
लेकिन वह केवल 88.47 मीटर थ्रो कर सके।
वहीं नीरज ने पांचवें राउंड में 84.37 मीटर थ्रो करने के बावजूद अपनी बढ़त बनाए रखी।
फाइनल राउंड में नीरज ने 86.52 मीटर का एक शानदार थ्रो फेंका,
जबकि जैकब और पीटर्स दोनों 85 मीटर के निशान को पार करने में नाकाम रहे।
इस चैंपियनशिप से पहले उम्मीद की जा रही थी कि नीरज दोहा में 90 मीटर से ज्यादा भाला फेंकने का रिकॉर्ड बना लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
दोहा में चल रही हवा ने उन्हें ऐसा करने से रोका। नीरज ने भले ही 90+ मीटर का मार्क हासिल न किया हो, लेकिन देश को गोल्ड जरूर दिला दिया।
नीरज चोपड़ा ने 2022 की डायमंड लीग में भी गोल्ड जीता था। तब चोपड़ा ने 88.44 मीटर का थ्रो फेंका था।
इससे पहले नीरज ने साल 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वॉलिफाई किया था। वह 2017 में सातवें और 2018 में चौथे स्थान पर थे।
इसी के साथ नीरज चोपड़ा ने अपने सीनियर करियर का सातवां इंटरनेशनल गोल्ड जीता।
इससे पहले चोपड़ा एशियन गेम्स, साउथ एशियन गेम्स, ओलंपिक्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप और डायमंड लीग में गोल्ड जीत चुके हैं।