हरियाणा से लोकसभा की सभी सीटों पर खिलेगा कमल, जनता मन बना चुकी: नायब सिंह
चंडीगढ़, 14 मार्च - हरियाणा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर गरीब परिवारों तक लाभ पहुंचाने का काम किया है। लोकसभा चुनाव में तीसरी बार फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी, ऐसा देश की जनता फैसला ले चुकी है। हरियाणा की जनता भी लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटों पर कमल खिलाकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की झोली में डालने का काम करेगी।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात के बाद हरियाणा भवन में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आशीर्वाद मिला है, कई विषयों पर चर्चा हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि सभी को साथ लेकर देश को आगे बढ़ाया जाए। उनके नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने पिछले साढ़े नौ वर्षो में जो काम किए है, उनसे देश और प्रदेश में नया भारत-नया हरियाणा, विकसित भारत-विकसित हरियाणा आज लोगों को नजर आ रहा है। हरियाणा में श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में बहुत विकास हुआ है और गुड गर्वेनेंस का उदाहरण रहा है। हम उन कार्यों को आगे बढ़ाएंगें।
मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने कहा कि इस मामले में चर्चा हुई है। जल्द इस विषय को आगे बढ़ाया जाएगा। पूर्व गृह मंत्री श्री अनिल विज के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि विज साहब हमारे वरिष्ठ नेता है और उनका आर्शीवाद हमारे साथ है। कल भी विधानसभा में हम साथ थे।
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा की छह सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है और बाकी चार की भी जल्द ही घोषणा हो जाएगी। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में जनता सभी 10 सीटों पर कमल खिलाने का मन बना चुकी है। श्री नायब सिंह ने कहा कि देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस के कुशासन को भूली नहीं है, तब एक गैस सिलेंडर के लिए तीन दिन तक लाइन में लगना पड़ता था और हर मामले में भ्रष्टाचार चरम पर था।
जननायक जनता पार्टी से गठबंधन टूटने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उच्च स्तर पर निर्णय लिया गया है। यह गठबंधन संगठन स्तर पर नहीं था।