Haryana News : हरियाणा बोर्ड की 12वीं कक्षा में रोहतक की मानसी सैनी रही आर्ट टॉपर, प्रिंसिपल का कहना रोज आती थी स्कूल, पिता है फोटोग्राफर

Haryana News: हरियाणा बोर्ड की 12वीं कक्षा परिणाम जारी हो गया है। जिसमे आर्ट में रोहतक की मानसी सैनी ने प्रदेश में टॉप किया है।
आपको बता दें की मानसी सैनी ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड 12वीं क्लास में स्टेट में थर्ड रही लेकिन आर्ट स्ट्रीम में टॉप किया है।
मानसी ने 12वीं कक्षा में कुल 99.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। मानसी को 500 में से 496 अंक मिले हैं।
अपनी कामयाबी पर मानसी ने बताया कि वह सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई करती थी। सुबह की पढ़ाई सबसे बेहतर रहती है। सुबह के समय पढ़ा हुआ लंबे समय तक याद भी रहता है।
उन्होंने स्कूल में जो टीचर ने पढ़ाया, वह पढ़ा। साथ ही घर पर अलग से भी पढ़ाई की ताकि अच्छे अंक मिल सके।
प्रतिदिन करती थी 8 घंटे पढ़ाई
वह प्रतिदिन करीब 7-8 घंटे पढ़ाई करती हैं। वहीं पढ़े हुए का अभ्यास भी साथ-साथ करती हैं। मैं किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं हूं। सिर्फ यूट्यूब देखती थी, वह भी सिर्फ पढ़ाई के लिए। परिवार ने बहुत सपोर्ट किया। मां तो मुझे घर के काम भी नहीं करने देती थी।
मानसी ने बताया कि उनका लक्ष्य UPSC पास करना है। अब वह इसके लिए आगे की मेहनत करेंगी।
पिता करते हैं फोटोग्राफर का काम
मानसी के पिता धर्मेंद्र सैनी पेशे से फोटोग्राफर हैं। उनको 2 बच्चे, एक बेटा व एक बेटी है। बड़ी बेटी मानसी शुरू ये ही पढ़ाई में अच्छी रही हैं। वहीं मानसी अपने छोटे भाई के लिए भी प्रेरणा बनी।
धर्मेंद्र सैनी ने कहा कि उनकी बेटी की इस उपलब्धि पर पूरे परिवार को गर्व है और अब वे अपनी बेटी के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उसके साथ हैं।
अन्य गतिविधियों में भी रही अव्वल
मानसी सैनी न केवल पढ़ाई बल्कि अन्य गतिविधियों में भी अव्वल रही हैं।
2 सालों में मानसी सैनी ने जोन एम्बुलेंस ट्रेनिंग में भाग लिया और लगातार दोनों साल स्टेट में प्रथम स्थान पर रही।
दोनों साल मानसी ने जोन एम्बुलेंस ट्रेनिंग में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए यह खिताब अपने नाम किया।
रेगुलर आती थी स्कूल मानसी सैनी
सैनी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल संगीता ने बताया कि मानसी सैनी नियमित स्कूल आती थी।
कभी भी उन्होंने स्कूल को मिस नहीं किया। मानसी पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेती रहती हैं।
आज मानसी ने यह उपलब्धि हासिल करके दूसरे बच्चों को भी प्ररेणा दी है।