Haryana News: हरियाणा की सतलुज के पानी की आस फिर अटकी, हिमाचल ने अब रखी ये मांग

उत्तर प्रदेश के बाद अब हरियाणा ने अपने पड़ोसी हिमाचल प्रदेश से सतलुज का पानी लेने का विकल्प तैयार किया है।
इस विकल्प पर 67 किलोमीटर का रूट प्लान तैयार हो गया है। इस रूट पर नहर बनाने में 4200 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
अब बात हिमाचल प्रदेश के मुनाफे को लेकर अटक गई है। इसको लेकर जल्द ही सुलझाने के लिए हिमाचल और हरियाणा के सचिव स्तर पर वार्ता की जाएगी।
दक्षिण हरियाणा के लिए सतलुज का पानी मिलना बेहद जरूरी है। यहां के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, भिवानी जिलों में सिंचाई के लिए पानी की बहुत किल्लत है।
पानी नहीं मिलने के चलते हर साल हजारों एकड़ जमीन में फसलों की बुवाई नहीं हो पाती। इससे यहां किसान अन्य जिलों की अपेक्षा आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ 22 अप्रैल को हुई बैठक के बाद यहां के लोगों को कुछ आस जगी है। पानी की कमी के कारण दक्षिण हरियाणा में चुनाव में हर बार हरियाणा के लिए यह बड़ा मुद्दा होता है।
2024 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव हैं, इसलिए प्रदेश सरकार दक्षिण हरियाणा में पानी लाने के लिए यह नई पहल पर पूरा फोकस कर रही है।
CM मनोहर लाल खुद इस प्रोजेक्ट पर पूरा फोकस कर रहे है। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में BJP इस मुद्दे को भुनाएगी।
पंजाब के रास्ते से हरियाणा में पानी लाने पर 157 किलोमीटर की दूरी है। इसके साथ ही पंजाब सरकार ने इसके लिए अधिग्रहित जमीन भी किसानों को वापस कर दी है।
इन सबके बीच पंजाब के बजाय 67 किलोमीटर हिमाचल के रास्ते से सतलुज दरिया का पानी लाने पर विचार कर रही है।
इस पर लगभग 4200 करोड़ रुपए खर्च आएगा। सतलुज से नालागढ़, बद्दी, पिंजौर, टांगरी के रास्ते जनसुई हैड में पानी लाकर पूरे हरियाणा को पानी वितरित किया जा सकता है।
SYL हिमाचल मार्ग समिति भी हरियाणा सरकार को हिमाचल के रास्ते पानी लाने का सुझाव दे चुकी है।
इस समिति में भूतपूर्व इंजीनियर जुड़े हैं और पिछले 10 साल से इसके लिए काम कर रहे हैं।
समिति के अध्यक्ष एडवोकेट जितेन्द्र नाथ ने समिति ने पंजाब के बजाय हिमाचल के रास्ते से पानी लाने का रास्ता सुझाया है।
हरियाणा के इस प्रस्ताव पर हिमाचल प्रदेश मुनाफा मांग रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कह चुके हैं कि यदि हिमाचल प्रदेश को लाभ होगा, तो हरियाणा को सतलुज का पानी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा इस प्रोजेक्ट को अपनी लागत पर करना चाहता है, तो हिमाचल सहमत है, लेकिन हिमाचल की भी कुछ आय होनी चाहिए।