Haryana News: खुशखबरी! दिल्ली-गुरुग्राम वालों की हुई बल्ले-बल्ले, जून तक पूरा हो जाएगा द्वारका एक्सप्रेसवे का काम

Haryana News: द्वारका एक्सप्रेसवे का काम तेजी पकड़ चुका है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिखेकारियों ने बताया कि जून के अंत तक गुरुग्राम खंड तक इसका काम पूरा हो जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास एक क्लॉवरलीफ स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है जो द्वारका एक्सप्रेसवे को दिल्ली-जयपुर हाईवे से जोड़ेगा।
इसके साथ ही द्वारका एक्सप्रेसवे सदर्न पेरिफेरल रोड से भी जुड़ जाएगा। बता दें कि यह स्ट्रक्चर बनकर तैयार है और अभी इसकी लोड टेस्टिंग की जा रही है। द्वारका एक्सप्रेस का काम एक बार पूरा हो जाने के बाद शहर के साथ ही गुरुग्राम और दिल्ली के बीच बिना किसी समस्या के आना-जाना सुनिश्चित करेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पहुंचना भी होगा आसान
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे का काम पूरा हो जाने के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पहुंचना भी आसान हो जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, काम पूरा होने के बाद यात्रियों को बादशाहपुर के रास्ते दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में भी मदद मिलेगी
द्वारका एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने एक्सप्रेसवे के पैकेज दो जो बजघेरा और द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड तक है उसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
उन्होंने बताया कि पैकेज एक जो द्वारका से महिपालपुर तक है। इसका काम भी 65 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। मैनेजर ने बताया कि एक्सप्रेसवे बनाने का काम जोरों पर है। इस साल में ही प्रोजेक्ट को पूरा करने की उम्मीद भी जताई।
पैकेज तीन और चार के लिए राजमार्ग ठेकेदार एल एंड टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पैकेज चार पर काम 99% पूरा हो गया है जबकि पैकेज तीन पर 95% पूरा हो गया है।
उन्होंने कहा कि क्लोवरलीफ़ पर काम पूरा कर लिया है और इसका भार परीक्षण किया जा रहा है। मानेसर को सड़क से जोड़ने वाला तुरही टावर भी बनकर तैयार है। हमने ट्रैफिक ट्रायल के लिए बजघेरा अंडरपास भी खोल दिया है।
कब शुरु हुआ था काम
द्वारका एक्सप्रेसवे की परिकल्पना 2006 में हरियाण सरकार ने लाई थी। हालांकि, इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानूनी दांवपेंच की वजह से परियोजना सफल नहीं हो पाई थी।
बाद में, एक बार फिर हरियाणा सरकार ने परियोजना को शुरू करने के लिए परिवहन मंत्रालय से अपने हाथ में ले लिया। 2016 में एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में सैद्धांतिक रूप से घोषित करने के बाद, NHAI ने परियोजना को अपने हाथ में ले लिया और काम शुरू कर दिया।