Haryana News: हरियाणा में 2 बहनों ने खुद को किया घर में बंद, 1 साल इंतजार कर पड़ोसियों ने बुलाई पुलिस, फिर भी नहीं खोल रहीं दरवाजा

Haryana News: हरियाणा के पानीपत में 2 बहने पिछले एक साल से कमरे में बंद है। उनके माता-पिता की मौत हो चुकी है।
पड़ोसियों ने उन्हें घर में बंद देखकर आज पुलिस को सूचना दी। पुलिस खिड़की के जरिए युवतियों से बातचीत की कोशिश कर रही है, लेकिन वह दरवाजा नहीं खोल रही हैं।
खिड़की से बाहर काफी बदबू आ रही है। इतना ही नहीं कमरे के भीतर अंधेरा भी है।
एक महिला कमला ने बताया कि वो काइस्तान मोहल्ला की रहने वाली है। वह इन दोनों युवतियों की ताई लगती है।
उसके देवर दुलीचंद कि करीब 10 साल पहले कैंसर से मौत हो गई। जबकि उसकी देवरानी शकुंतला का 5 साल पहले हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
मां-बाप की मौत के बाद दोनों बेटियां एक निजी कंपनी में काम करती थीं।
पिछले 1 साल से दोनों ने खुद को भीतर ही बंद कर लिया। बड़ी बेटी सोनिया 35 वर्ष की है, जबकि छोटी बेटी चांदनी की उम्र 34 साल है।
घर के साथ में स्थापित श्री चित्रगुप्त मंदिर के पुजारी कन्हैया कौशिक ने बताया कि दोनों में से एक ही बहन उनसे बात करती है।
दूसरी बहन को न कभी देखा और न ही उसकी कभी आवाज सुनी है। एक बहन खिड़की से कहती है कि पंडित जी प्रसाद दे देना।
जब उसे प्रसाद, लंगर आदि देने जाते हैं, तो वह मामूली सा ही दरवाजा खोलती है और प्रसाद लेकर फिर बंद कर देती है।
घर के भीतर कुछ नहीं दिखता है, क्योंकि दरवाजा बंद है।
वहीं, एक युवती खिड़की से आवाज लगाकर पड़ोसियों से भी कभी-कभार कुछ खाने का मांग लेती थी।
रेहड़ी चालक भी पपीता या अन्य कोई फल काट कर छोटे-छोटे टुकड़े कर के खिड़की के नीचे से पकड़ा देता था।
कमला ने बताया कि दोनों बहनों ने जब खुद कमाना शुरू किया तो फैमिली के अन्य सदस्यों से उनकी बोल-चाल कम हो गई थी।
उनके पास आना-जाना भी कम हो गया था। दोनों बहनों ने डबल MA तक पढ़ाई की हुई है।
उनकी मां मौत से 2 महीने पहले तक भी दोनों बेटियों की शादी के लिए रिश्ता देख रही थी।
वहीं, स्थानीय निवासियों ने बताया कि दोनों में से एक बहन की कुछ समय पहले गिरने से पैर में चोट लग गई थी। अब उसकी रीढ़ की हड्डी में भी चोट बताई गई है