Haryana Metro Rail: हरियाणा में मैट्रो ट्रेनों को लेकर क्या है योजना, क्या सिस्टम बना रही है सरकार, देखें पूरी जानकारी
Haryana Metro Rail: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, जो हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के चेयरमैन भी हैं, ने कहा कि मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी गुरुग्राम परियोजना तक मेट्रो कनेक्टिविटी लागू करने के लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड नई कम्पनी बनाने का निर्णय लिया गया है।
यह मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चैक, रेलवे स्टेशन, रेजांगला चैक से साइबर सिटी तक पूर्ण सर्कल में जोड़ने वाला गोलाकार गतिशील गलियारा बनेगा। इसे नई कंपनी द्वारा संभाला जाएगा, जिसका नेतृत्व केंद्रीय शहरी विकास सचिव करेंगे, जिसमें भारत सरकार और हरियाणा सरकार का 50 प्रतिशत संयुक्त उद्यम होगा।
सभी आगामी परियोजनाएं नई कंपनी द्वारा कार्यान्वित की जाएंगी, जबकि मौजूदा रैपिड मेट्रो परियोजना एचएमआरटीसी द्वारा निपटाई जाएगी। कौशल आज यहां हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचएमआरटीसी) की 54वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी कॉरिडोर
मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी, गुरुग्राम तक मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना ने अब जमीन पर काम करना शुरू कर दिया है। अनुमानित 5452.72 करोड रुपए की लागत की परियोजना़ 27 स्टेशनों के साथ 28.50 किमी तक फैली होगी इसकी भू-तकनीकी जांच और डिजाइन परामर्श सहित पूर्व-निर्माण गतिविधियों की प्रक्रियाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं।
यह मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चैक, रेलवे स्टेशन, रेजांगला चैक से साइबर सिटी तक पूर्ण सर्कल में जोड़ने वाला एक गोलाकार गतिशील गलियारा होगा।
सवारियों की संख्या में होगी उल्लेखनीय वृद्धि
श्री कौशल ने कहा कि इस से एचएमआरटीसी में सवारियों की संख्या और आय दोनों में बहुत वृद्धि होगी जो कुशल शहरी आवागमन के समाधान के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रैपिड मेट्रो गुरुग्राम में पिछले वर्ष की अवधि की तुलना में सवारियों की संख्या में 35.54 प्रतिशत की वृद्धि होगी। सवारियों की संख्या 80,13,765 यात्रियों तक पहुंच गई, जबकि पिछले वर्ष में 59,12,457 दर्ज है।
श्री कौशल ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को हर मेट्रो स्टेशन की लास्ट माइल कनेक्टिविटी के मुद्दों का अध्ययन करने को कहा। इस पहल का उद्देश्य यात्रियों को उनके घर से गंतव्य तक परेशानी मुक्त यात्रा प्रदान करना है। मुख्य सचिव ने इस बात पर भी बल दिया कि निगम को मेट्रो यात्रा और अधिक आरामदायक बनाने के लिए यात्रियों के अंत-से-अंत आवागमन को सरल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
वित्तीय विकास को गति देने वाली सफल पहल
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचएमआरटीसी) ने गैर-राजस्व किराया पहल को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे रैपिड मेट्रो गुरुग्राम की वित्तीय स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान मिला। रैपिड मेट्रो स्टेशनों पर विज्ञापन साइटों के लिए ई-नीलामी की कुछ साइटों को सफलतापूर्वक लाइसेंस दिया गया जिससे पर्याप्त राजस्व प्राप्त हुआ।
वाटिका चैक से पंचगांव तक मेट्रो कनेक्टिविटी
वाटिका चैक से पंचगांव तक मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना में 30 किलोमीटर के गलियारे की कल्पना की गई है, जिसमें मेसर्स राइट्स को सलाहकार नियुक्त किया गया है। सेक्टर -56, गुरुग्राम में मौजूदा रैपिड मेट्रो स्टेशन पर मार्ग समायोजन और संभावित प्रस्तावों की खोज की जा रही है।
बल्लभगढ़ से पलवल मेट्रो एक्सटेंशन
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की घोषणा के बाद, बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो कनेक्टिविटी का विस्तार शुरू हो गया है। अस्थायी गलियारे की लंबाई 25 किलोमीटर और 10 प्रस्तावित स्टेशनों के साथ तकनीकी व्यवहार्यता का अध्ययन किया जा रहा है, जो इस विस्तार को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप होगा।
बहादुरगढ़ से असौधा मेट्रो कनेक्टिविटी
हरियाणा ऑर्बिट रेल नेटवर्क और कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे से जोडने के लिए बहादुरगढ़ मेट्रो से असौधा तक मेट्रो विस्तार के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इसके सलाहकारों को जल्द से जल्द राइडरशिप मूल्यांकन अध्ययन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
चंडीगढ़ ट्राइसिटी परियोजनाओं शहरी गतिशीलता में प्रमुख पहल
बैठक में बताया गया कि चंडीगढ़ ट्राइसिटी के लिए मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना गति पकड़ रही है। परामर्श एजेंसी आरआईटीईएस परामर्श एजेंसी एलाइनमेंट-कम-एएआर (वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट) और डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। इसके प्रथम चरण में पंचकूला शामिल है जिसमें 7.5 लाख रुपए प्रति किलोमीटर शुल्क संरचना सहित 79.50 किमी के लिए तय किया गया है।
बैठक में उपस्थित लोगों में अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), वित्त विभाग श्री अनुराग रस्तोगी, एसीएस, उद्योग और वाणिज्य, श्री आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, प्रधान सचिव परिवहन विभाग श्री नवदीप विर्क, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विकास गुप्ता, एमडी, एचएमआरटीसी, श्री टी. एल. सत्यप्रकाश और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।