Green Highway: हरियाणा का ग्रीन हाईवे शुरू, इस महीने से लगेगा टोल, पढ़े पूरी जानकारी
नई दिल्ली: ग्रीन कॉरिडोर नेशनल हाईवे-152डी (इस्माइलाबाद से गंगहेड़ी) का दो दिवसीय ट्रायल शनिवार को शुरू हो गया। शनिवार को हरियाणा के दादरी जिले में स्थापित प्रवेश और निकास बिंदुओं से 2,000 से अधिक मोटर चालक गुजरे। 1 अगस्त से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को टोल टैक्स देना होगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि 227 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर 227 फोन बूथ स्थापित किए गए हैं, जिसके माध्यम से चालक आपात स्थिति में नियंत्रण कक्ष को सूचना देकर मदद मांग सकते हैं। रिपोर्ट करने के 15 मिनट के भीतर एक सहायता टीम कॉल करने वाले तक पहुंच जाएगी।
नारनौल के इस्माइलाबाद से कुरुक्षेत्र के गंगहेड़ी तक राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य के आठ जिलों से होकर गुजरता है। राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण आठ खंडों में किया गया है और इसके पूरा होने के बाद 30 जुलाई को दो दिवसीय परीक्षण शुरू हो गया है। दादरी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 35 किलोमीटर लंबा है और इसका निर्माण शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
ट्रायल के पहले दिन कंपनी के उपाध्यक्ष और प्रोजेक्ट प्रभारी एके श्रीवास्तव ने टोल बूथ पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने नारियल फोड़कर मुकदमे की शुरुआत की। निरीक्षण के दौरान उन्हें व्यवस्थाओं में कुछ कमियां नजर आईं, जिन्हें उन्होंने मौके पर ही दुरुस्त करने के निर्देश दिए। एके श्रीवास्तव ने अपनी टीम के साथ हाईवे पर भ्रमण किया और वह वहां की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आये। उनके साथ रेजिडेंट इंजीनियर तेज नारायण सिंह भी थे।
आप फ़ोन बूथ से सहायता मांग सकते हैं
नेशनल हाईवे पर यदि कोई दुर्घटना होती है तो चालक हाईवे पर हर एक किलोमीटर पर बने फोन बूथ से इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे सकता है। इसके लिए आवश्यक सहायता का विवरण देने के लिए एक बटन दबाने की आवश्यकता होती है। फिर एक एम्बुलेंस, क्रेन या अन्य टीम सहायता के लिए घटनास्थल पर पहुंचेगी।
पूरे राजमार्ग पर चार विश्राम क्षेत्र और ट्रॉमा सेंटर केंद्र
227 किमी लंबे एनएच पर आठ टोल टैक्स हैं। इन सभी टोल पर एक एम्बुलेंस, एक पेट्रोलिंग टीम और एक क्रेन उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा, राजमार्ग पर चार विश्राम क्षेत्र हैं जहां पेट्रोल पंप, ट्रॉमा सेंटर और अन्य बुनियादी सुविधाओं के साथ ढाबे होंगे।
जानें....सिक्स लेन फोरलेन पर किस वाहन के लिए कौन सी लेन
लेन-1: कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन
लेन-2: हल्के वाणिज्य वाहन, हल्के माल वाहन या मिनी बस
लेन-3: बस या ट्रक (दो एक्सल)
लेन-4: तीन धुरी वाणिज्यिक वाहन
लेन-5: भारी निर्माण मशीनरी या अर्थ मूविंग उपकरण या मल्टी-एक्सल वाहन
लेन-6: बड़े आकार के वाहन (सात या अधिक एक्सल)
10 साल बाद एनएचएआई द्वारा 598 करोड़ का फोरलेन बनाया जाएगा
एनएच 152-डी का निर्माण आठ भागों में किया गया है और इसका निर्माण अलग-अलग कंपनियों ने किया है। अगले 10 साल तक व्यवस्था की जिम्मेदारी निर्माण कंपनी की होगी और फिर इसका जिम्मा एनएचएआई को सौंपा जाएगा। अब तक सारी व्यवस्था कंपनी की ओर से की जायेगी।
दादरी के बाद महेंद्रगढ़ और खेरड़ी मोड़ पर निकास बिंदु
इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा के लिए प्रवेश बिंदु समसपुर के पास है। आप एक तरफ नारनौल और दूसरी तरफ कुरुक्षेत्र की यात्रा कर सकते हैं। दादरी के बाद नारनौल की ओर महेंद्रगढ़ के पास एक निकास बिंदु है जबकि कुरुक्षेत्र की ओर खेरड़ी मोड़ के पास एक निकास बिंदु है। अगस्त की सुबह 8 बजे से टोल टैक्स शुरू हो जाएगा
ग्रीन कॉरिडोर का ट्रायल आज से शुरू हो गया। हमने दादरी जिले के हिस्से की समीक्षा की है। कुछ छोटी-मोटी कमियाँ थीं जिन्हें हमने दूर कर लिया है। हर एक किलोमीटर पर फोन बूथ उपलब्ध हैं। - एके श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष, शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी