Cyber Fraud: नौकरी ढूंढना युवक को पड़ा भारी, दस्तावेजों से नकली फर्म खोल काटे 17 करोड़ के बिल, मामला जान आपके भी उड़ जाएंगे होश

अगर आप भी कोई नौकरी तलाश रहे हैं तो हो जाएं सावधान कहीं आपके दस्तावेज का कोई गलत इस्तेमाल ना कर दे।
 
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अगर आप भी कोई नौकरी तलाश रहे हैं तो हो जाएं सावधान कहीं आपके दस्तावेज का कोई गलत इस्तेमाल ना कर दे। जैसा कि यमुनानगर के ग्रीन पार्क निवासी सचिन बंसल के साथ हुआ।  नौकरी के नाम पर उसके दस्तावेजों से फर्म खोलकर 17 करोड़ के बिल काट दिए गए।

एक्साइज विभाग के अधिकारी पहुंचे घर

सचिन को इस बारे तब पता लगा जब एक्साइज विभाग के अधिकारी उनके घर आए और उन्होंने उनसे पूछा कि उनके नाम पर (एस बी) फर्म बनाई गई है और 17 करोड़ के बिल काटे गए हैं। फिलहाल सचिन ने इस मामले की शिकायत साइबर थाने में भी है जिस पर जांच शुरू हो चुकी है।

ग्रीन पार्क वासी सचिन बंसल ने एस.पी. को शिकायत दी है, जिस पर साइबर थाना ने मामला दर्ज कर लिया। सचिन ने बताया कि 3 मई को एक्साइज विभाग के दो अधिकारी उनके घर पर आए। दोनों ने कहा कि वे सैंट्रल एक्साइज विभाग से हैं। 

आपके नाम पर एस.बी. इंटरप्राइजिज नाम की फर्म चल रही है। उसी की जांच के लिए वे आए हैं। सचिन ने कहा कि उनकी कोई फर्म नहीं चल रही। तब दोनों व्यक्तियों ने कहा कि उनके आधार व पैन कार्ड जी.एस.टी. में रजिस्टर्ड हैं। यह फर्म भी सुचारू रूप से चल रही है। इस फर्म से मार्च माह में 17 करोड़ रूपए के बिल काटे गए हैं।

फरवरी 2023 से नौकरी की तलाश 

सचिन के मुताबिक फरवरी 2023 में वह नौकरी की तलाश में था। उसने कई जगह आनलाइन आवेदन भी किया। उसे बीती 14 फरवरी को फोन आया था कि एयर इंडिया में ग्रांउड स्टाफ पद पर नौकरी लगा दी जाएगी। उसे 28,500 रूपए प्रतिमाह के साथ इंनसेंटिव दिया जाएगा।  तब आरोपियों ने उसके दस्तावेज मंगवाए थे। कहा था कि आधार वैरिफाई होने पर ओ.टी.पी. आएगा। 

ऐसे फंसाया जाल में

ओ.टी.पी. उसने आरोपियों को दे दिया। तब आरोपियों ने कहा कि ओ.टी.पी. नहीं चल रहा। दोबारा आएगा तब देना, जिस पर उसने पूछा कि उसके साथ धोखाधड़ी तो नहीं हो रही।   आरोपियों ने कहा कि उन्होंने बैंक डिटेल नहीं ली। सिर्फ यह वैरिफाई करना है कि उसके ऊपर कोई केस तो नहीं चल रहा। तब यकीन करते हुए उसने आया हुआ ओ.टी.पी दे दिया। 

तब उसे मैसिज आया कि 15 दिन के अंदर आई.डी. कार्ड व ज्वाइनिंग लैटर मिल जाएगा। उसके बाद आरोपियों से कोई संपर्क नहीं हुआ। सचिन के मुताबिक एस.बी. इंटरप्राइजिज और उस फर्म से संबंधित जो भी लेन देन हुआ है उसे दूर दूर तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है ।

उसने कहा की फर्म बनाने वाले और उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करने वाले उस गिरोह में जो भी व्यक्ति शामिल है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उधर साइबर थाना प्रभारी इंस्पैक्टर नसीब सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।