Success Story: हरियाणा की बेटी ने बढ़ाया मान, सेल्फ स्टडी के दम पर UP पुलिस में बनीं डिप्‍टी SP, पढ़ें सफलता की कहानी

 कहते हैं कि मेहनत करने वालों के रास्ते में चाहे कितनी भी मुश्किलें आए वह कभी  डगमगाते नहीं। दृढ़ निश्चय कर सफलता हासिल कर लेते हैं।
 
हरियाणा की बेटी ने बढ़ाया मान, सेल्फ स्टडी के दम पर UP पुलिस में बनीं डिप्‍टी SP


Success Story: कहते हैं कि मेहनत करने वालों के रास्ते में चाहे कितनी भी मुश्किलें आए वह कभी  डगमगाते नहीं। दृढ़ निश्चय कर सफलता हासिल कर लेते हैं। आज हम आपको हरियाणा की एक ऐसी ही लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने सेल्फ स्टडी के दम पर सफलता हासिल कर ली।

हरियाणा के करनाल से निकली वीनिता पहल के माता पिता दोनों टीचर हैं. पापा सुरेंद्र सिंह गर्वमेंट मीडिल स्‍कूल में प्रिंसिपल हैं, तो मां कमलेश पहल डीएवी में मैथ्‍स की टीचर हैं. वीनिता की पढ़ाई भी डीएवी में ही हुई, लेकिन आगे की पढ़ाई यानि ग्रेजुएशन के लिए सेंट स्टफिन कॉलेज में दाखिला लिया.

यहां पर वीनिता ने साइंस से ग्रेजुएशन किया. उन्‍होंने वर्ष 2021 में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया और इसी दौरान सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी. खास बात यह है कि वीनिता ने सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए कभी कोचिंग में दाखिला नहीं लिया. उन्‍होंने सेल्‍फ स्‍टडी की और कामयाबी पाई.

वीनिता ने ग्रेजुएशन के बाद जेएनयू में एडमिशन लिया. उन्‍होंने यहां से जियोग्राफी में पोस्‍ट ग्रेजुएशन किया. इस दौरान वीनिता ने हरियाणा पीसीएस और यूपी पीसीएस दोनों की परीक्षाएं दीं. वीनिता बताती हैं कि वर्ष 2021 में दोनों परीक्षाएं दीं और दोनों में कामयाब रहीं.

अक्‍टूबर 2022 में जब रिजल्‍ट आया, तो हरियाणा पीसीएस के जरिये उनका सेलेक्‍शन बीडीओ के पद पर हो गया, वहीं दूसरी ओर यूपी पीसीएस में उनको ऑल यूपी सेकंड रैंक रही और उनका चयन डिप्‍टी एसपी के रूप में हो गया. लिहाजा, उन्‍होंने बीडीओ की नौकरी करने की बजाय यूपी पुलिस में जाने का चुनाव किया.


यूपी पुलिस एकेडेमी मुरादाबाद में वीनिता की ट्रेनिंग अप्रैल 2023 से शुरू हुई, जो एक साल तक चली है. अब उनको फील्‍ड ट्रेनिंग के लिए गाजीपुर में बतौर डिप्‍टी एसपी तैनात किया गया है. वीनिता बताती हैं कि 24 लोगों के बैच में वह सबसे यंगेस्‍ट थीं.

वीनिता पहल बताती हैं कि उन्‍होंने दसवीं में ही सिविल सेवा में जाने का मन बना लिया था. सिंगल चाइल्‍ड होने के कारण मां बाप ने भी भरपूर सपोर्ट किया. वीनिता कहती हैं पैरेंट्स ने पढ़ाई लिखाई कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और जहां भी मदद की जरूरत लगी, उन्‍होंने सहयोग किया. वीनिता कहती हैं कि यूपी पुलिस में सेलेक्‍शन के बाद हरियाणा से यूपी आने के फैसले से परिवार को थोड़ी चिंता हुई, लेकिन यहां कभी कोई परेशानी नहीं हुई.