Used Car खरीदते समय रखे इन बातो का ध्यान, नहीं तो लग सकता है आपको चूना ?

 
Used Car खरीदते समय रखे इन बातो का ध्यान, नहीं तो लग सकता है आपको चूना ?

Second Hand Cars: लगातार बढ़ती हुई महंगाई और कमाई के संसाधनों की सीमितता के चलते, वर्तमान समय में सबके लिए नई कार खरीदना कठिन हो जाता है। इस परिस्थिति में, Second Hand Cars को खरीदने का विकल्प एक सामान्य रूप में विचार्य होता है।

सामान्यत: हम पुरानी कारों की बाहरी हालत को तो तुरंत देखते हैं, लेकिन उनके इंजन की स्थिति की जांच करना कठिन हो सकता है। इस लेख में, हम देखेंगे कि पुरानी कारों के इंजन की जांच कैसे की जा सकती है। यहाँ, हम कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझेंगे।

टेस्ट ड्राइव लें

Used Car खरीदने से पहले उसे चलाकर परीक्षण करना महत्वपूर्ण होता है। इसका अनदेखा करने पर बड़ा नुकसान हो सकता है। आपकी कार की कोंडीशन तो बेहतर हो सकती है, लेकिन उसके इंजन की हालत बेकार या पुरानी हो सकती है।

इसलिए कार को अच्छे से चलाकर देखें और अनुभव करें कि पॉवरट्रेन में कोई समस्या नहीं है। इसके अलावा, इंजन की पावर, टॉर्क, और फ्यूल एफिशियंसी जैसी महत्वपूर्ण विशेषताओं का भी ध्यान देना आवश्यक है।

सर्विस हिस्ट्री की जांच करें

पुरानी कार खरीदते समय हमेशा सर्विस इतिहास की जाँच करें। अगर किसी कार का सर्विस रिकॉर्ड अच्छा है, तो यह मतलब होता है कि उसे उचित रूप से देखभाल की गई है। जैसा कि आपको पता होगा, सभी वाहनों के निश्चित इंटरवल पर सर्विस होती है, जैसे 5,000 किलोमीटर या 10,000 किलोमीटर।

अगर वाहन की नियमित वक्त पर सर्विस की गई है, तो यह उच्च देखभाल का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, आप सर्विस रिकॉर्ड के माध्यम से जांच सकते हैं कि कार को उचित इंटरवल पर सर्विस किया गया है या नहीं।

इंटरनल पार्ट की जाँच करें 
आजकल बहुत सारी कारें टर्बोचार्ज्ड इंजन के साथ आती हैं। यदि आप प्रयुक्त कार खरीदने की सोच रहे हैं, और वह एक टर्बोचार्ज्ड मॉडल है, तो उसके पॉवरट्रेन के आंतरजालिक भागों की जाँच भी महत्वपूर्ण है।

जब आप कार के इंजन को चालाएं, तो टर्बोचार्जर से किसी प्रकार की रिक्तियों या अजीब आवाज़ों पर ध्यान दें। इसके साथ ही, यह जांचने के लिए उपयुक्त हो सकता है कि कार के टर्बो इंजन के साथ वाणिज्यिक तालमेल ठीक से काम कर रहा है या नहीं।