Success Story: इस बैडमिंटन खिलाड़ी ने पास की UPSC परीक्षा, पिता रह चुके DGP, देखें पूरी जानकारी

 

UPSC Kuhu Garg Success Story: उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार की बेटी कुहू गर्ग ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में 178वीं रैंक हासिल कर बड़ी सफलता हासिल की है. 

कुहू बैडमिंटन में देश का नाम रोशन कर चुकी हैं. 56 ऑल इंडिया मेडल्स और 18 इंटरनेशनल मेडल्स कुहू के नाम हैं. उनका बैडमिंटन में मिक्स्ड डबल्स में टॉप इंटरनेशनल रैंक 34 और देश में मिक्स डबल्स रैंकिंग में नंबर-1 है.

कुहू गर्ग ने अपनी सफलता का श्रेय पूर्व आईपीएस अधिकारी पिता अशोक कुमार को दिया. बताया कि स्पोर्ट्स इंजरी के दौरान की मेहनत और बैडमिंटन ने उन्हें अनुशासन सिखाया. यही आगे जाकर यूपीएससी में सफलता का कारण बना.

देहरादून और दिल्ली से हुई पढ़ाई-लिखाई 

कुहू गर्ग की प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ देहरादून से हुई थी. उन्होंने दिल्ली के एसआरसीसी कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन पढ़ाई पूरी की. कुहू ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान एक दिन में 16 घंटे तक पढ़ाई की. हालांकि कुछ लोग 8 घंटे की पढ़ाई में भी यूपीएससी क्लियर कर लेते हैं, और उन्होंने भी कई दिन 8 से 10 घंटे की पढ़ाई की.

क्रिकेट को लेकर पूछा गया था सवाल 

यूपीएससी के इंटरव्यू के दौरान पूछा गया था कि क्या क्रिकेट की वजह से बाकी सभी खेल खराब हो रहे हैं? क्या क्रिकेट को एक इंडस्ट्री बना दिया जाए? इसके जवाब में कुहू ने कहा कि क्रिकेट किसी भी खेल को प्रभावित नहीं कर रहा है, बल्कि क्रिकेट देश में अच्छा होता जा रहा है और बाकी खेल भी बेहतर हो सकते हैं.

बैडमिंटन के खेल ने सिखाई दृढ़ता 
कुहू ने यह भी बताया, परिवार के अलावा दोस्तों और सोसाइटी में रह रहे पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने उनकी काफी मदद की और उन्हें अच्छी गाइडेंस दी. उन्होंने यह भी बताया कि अगर वह बैडमिंटन खिलाड़ी नहीं होतीं, तो शायद यूपीएससी क्लियर करने के लिए उन्हें दृढ़ता से मेहनत करने की ताकत नहीं मिलती और अनुशासन भी नहीं होता. परिवार के सपोर्ट के बिना कोई भी परीक्षा मुश्किल हो जाती है.

पिता IPS और मां प्रोफेसर 

बता दें कि कुहू गर्ग के पिता अशोक कुमार 2020-23 तक उत्तराखंड के डीजीपी रहे. अशोक कुमार ने हरियाणा से प्रारंभिक पढ़ाई की और आईआईटी दिल्ली से इंजीनीरिंग की थी. वहीं, कुहू की माँ प्रोफेसर अलकनन्दा अशोक पंत विश्विविद्यालय में कार्यरत हैं. कुहू के दो भाई हैं जो पढ़ाई कर रहे हैं.