देश सेवा के लिए छोड़ी लाखों रुपये की नौकरी, पहले अटेम्प्ट में UPSC क्लियर कर बने DSP

 

देश की सेवा करने का जुनून हर व्यक्ति में होता है. लेकिन कोई अपनी अ​च्छी खासी नौकरी छोड़ देश की सेवा में लग जाए ये बहुत कम होता है।  प्रयागराज के सैयद अरीब अहमद ने कुछ ऐसा ही किया. उन्होंने अपनी 1 लाख रुपये की तनख्वाह और विदेश जाने का मौका छोड़ दिया । वे फौजी बनना चाहते थे । क़िस्मत ने उन्हें फ़ौज में जगह तो नहीं दी, लेकिन सिविल सर्विसेज की पढ़ाई कर DSP बन गए। 

सैयद अरीब अहमद ने अपनी शुरुआती पढ़ाई प्रयागराज के सेंट जोसेफ स्कूल से की .इसके बाद उन्होंने बीटेक आईआईटी कानपुर से की. फिर उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस से एमएससी की. इसके बाद PMRDF बस्तर छत्तीसगढ़ से किया. सैयद अरीब अहमद यहीं नहीं रुके. वो  2018 में  पीपीएस अधिकारी बने.

 

वर्तमान में वह आगरा एसीपी ताज सुरक्षा और ट्रैफिक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनके रहते ताजमहल सुरक्षा में व शहर के ट्रैफिक में आमूल चूल परिवर्तन हुए हैं. इससे पहले ताज महल पर  पर्यटकों को आए दिन फेरीवाले जबरदस्ती सामान बेचकर परेशान करते थे. अभियान चलाकर उन्होंने सभी का सफाया कर दिया.

उनके पिता पेशे से प्रयागराज हाईकोर्ट में वकील है. दो भाई और एक बहन है .पिता हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा IIT की पढ़ाई लिखाई कर अच्छा इंजीनियर बने विदेश में नौकरी करें और अच्छी खासी सैलरी हो. पिता की ख़ातिर उन्होंने सपना पूरा किया भी.

लेकिन उन्हें आर्मी में जाकर देश की सेवा करनी थी . क्योंकि उनके चाचा आर्मी में कर्नल थे. यही वजह थी कि उन्होंने पीएम आरडीएफ लगभग 1 लाख से अधिक सैलरी की नौकरी छोड़कर पुलिस की नौकरी चुनी.

उन्होंने प्रयागराज में रहकर ही प्री एग्जाम की तैयारी की. उन्होंने 2018 में पहला सिविल सर्विसेज का अटेम्प्ट दिया था. साथ में वे  UPSC की तैयारी भी कर थे . अच्छी तैयारी के लिए वे दिल्ली आये. दिल्ली की डरा देने वाली भीड़ में उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तैयारी काम आयी. 2018-19 में पहले ही प्रयास में DSP बने.

हालांकि उन्होंने यूपीएससी 2019-20 का अटेम्प्ट भी दिया था .लेकिन उससे पहले ही वह पीपीएस क्लियर कर चुके थे.तो उन्होंने लोगों की सेवा के लिए पुलिस की नौकरी को चुना.

अरीब अहमद की पहली पोस्टिंग SHO एत्मादपुर ग्रामीण में हुई जहां उन्होंने कई घटनाओं का खुलासा किया. ग्रामीण इलाके में गांजा तस्करी, लूट डकैती जैसी घटनाएं बेहद ज्यादा होती थी .कई बार उन्होंने सादी वर्दी में कई सीक्रेट्स ऑपरेशन चलाएं और कई अपराधियों को धरदबोचा.

इसके बाद अरीब अहमद को ताज सुरक्षा और आगरा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था की कमान दी गयी. टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल कर गूगल मैप का इस्तेमाल कर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया.