टूटे-फूटे एक कमरे से बंगले तक, एक IAS अधिकारी ने बताई अपनी 'सफलता' की कहानी

Success Story: सोशल मीडिया पोस्ट पर वायरल हो रही यह पोस्ट, आपको चौंका देगी, आप इस फोटो को ध्यान से देखें, तो आपको पता चलेगा कि ऊपर के कमरों में लोहे की शेड्स लगी हुई हैं और वहां एक पुराना दरवाजा है।
 

IAS Officer Story: नागालैंड के मुख्यमंत्री के ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) नेल्लयप्पन बी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी पूरी सफलता की कहानी साझा की है। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि कैसे वह पहले एक टूटे-फूटे कमरे में रहते थे और अब एक बंगले में विशेषाधिकारी ओएसडी के रूप में अधिकारी हैं। 

उनकी इस सफलता की कहानी ने कई लोगों को प्रेरित किया है। नेल्लायप्पन बी ने तस्वीरों के साथ इस बारे में सोशल मीडिया पर साझा किया, "मैंने अपने माता-पिता और चार भाई-बहनों के साथ इस छोटे से कमरे में (तब जिसमें एक नारियल के पत्ते की छत थी) 30 साल की आयु तक बिताई। 

शिक्षा, समर्पण, और कठिन मेहनत के माध्यम से आज मैं इस स्थिति तक पहुंचा हूं और इस पर गर्व है।"

"टूटे-फूटे मकान से बंगले तक का सफर"

इस सोशल मीडिया पोस्ट को देखकर आप हैरान हो जाएंगे। यदि आप ध्यान से इस तस्वीर को देखें, तो आपको पता चलेगा कि एक घर के ऊपर लोहे की छत लगी हुई है और एक पुराने दरवाजे का दृश्य है, जो काफी पुराना है। 

पुराने घर में दो खिड़कियाँ भी हैं और आगे-पीछे पेड़ भी लगे हुए हैं। यह पुराना घर केवल एक ही कमरे का है। दूसरी तस्वीर पर नजर डालने पर आपको दिखेगा कि इस तस्वीर मे आपको एक चमकदार और आलीशान बंगला है। 

इन दोनों तस्वीरों में एक अंतर है, जो दर्शाता है कि यहाँ के आईएएस ऑफिसर ने कैसे अपने घर को बनाया है।

यह पोस्ट 6 सितंबर को साझा की गई थी। इस पोस्ट को साझा करने के बाद से इसे छः लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। इस पोस्ट को लगभग 12,000 लाइक्स और कई कमेंट्स मिले हैं। 

यहां देखें कि लोग इस पोस्ट के बारे में क्या कह रहे हैं: 

" एक व्यक्ति ने लिखा, "एक्स ऐप पर आज की सबसे बढ़िया चीज!" 

" दूसरे ने कहा, "किसी भी संसाधन की कमी में, शिक्षा ही स्वतंत्रता की असली कुंजी है।

" एक तीसरे ने लिखा, "बधाई हो, बिल्कुल सही है। शिक्षा, समर्पण, और कठिन मेहनत ही महत्वपूर्ण हैं।

" चौथे ने लिखा, "बधाई हो और आपकी मेहनत का सफल परिणाम!" पांचवे ने लिखा, "यह सच्चाई में प्रेरणास्पद है, सर! आपका घर भी बहुत खूबसूरत है।"