Hindi Diwas 2023:जानिए 'हिंदी दिवस' का मनाने का कारण और 10 महत्वपूर्ण तथ्य समेत
Hindi Diwas 2023: आज हिंदी दिवस है। हिंदी, भारत की राज्य भाषाओं में से एक होती है, लेकिन फिर भी हम इसे भारतीय अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय भाषा मानते हैं। आजकल हम 'गुड मॉर्निंग' से दिन की शुरुआत करते हों, लेकिन यह सत्य है कि हिंदी हमारे हर शरीर के कण कण में बसी हुई है।
इसीलिए हम आम बातचीत में हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। आज, क्योंकि हिंदी दिवस है, हम आज इस विशेष मौके पर हिंदी के बारे में छिपी और रोचक बातों की चर्चा करेंगे, जिनको जानना न केवल हिंदी प्रेमियों के लिए, बल्कि हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है।
1. हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं, बल्कि राज्य भाषा होती है, और संविधान की आठवीं अनुसूची में इसे अन्य इक्कीस भाषाओं के साथ विशेष दर्जा मिला है। 26 जनवरी, 1950 को संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था।
2. प्रत्येक 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं, पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया था।
3. हिंदी शब्द की उत्पत्ति फारसी शब्द 'हिंद' से हुई, और इसे ग्यारहवीं शताब्दी में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा के रूप में पहचाना जाता है।
4. विश्व स्तर पर, मंडेरिन, स्पेनिश, और अंग्रेजी के बाद, हिंदी विश्व की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है।
5. हिंदी दिवस का आयोजन हिंदी को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है।
6. इतिहास दिखाता है कि हिंदी भाषा के चार युग थे - आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल, और आधुनिक काल।
7. दुनिया भर में, लगभग 600 मिलियन लोग हिंदी अपनी प्रमुख भाषा के रूप में बोलते हैं।
8. हिंदी का पहला टाइपराइटर 1930 में बनाया गया था, यह अचरज का काम था।
9. हिंदी भाषा ने कई प्रमुख लेखकों को उत्पन्न किया है, जैसे कि कवि अमीर खुसरो, जिन्होंने पहली हिंदी कविता लिखी और उसका प्रसार किया।
10. विश्वभर में प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में कई हिंदी शब्द शामिल हैं, जैसे कि 'अच्छा' और 'सूर्य नमस्कार'।