Haryana Weather: हरियाणा के इन जिलों में गरज-चमक के साथ होगी भारी बारिश, IMD का येलो अलर्ट जारी

 
Haryana Weather: हरियाणा में पिछले कई दिनों से मौसम का मिजाज बदल रहा है। बादलवाई और बारिश के कारण तापमान में कमी दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने हरियाणा के इन 5 शहरों में मौसम को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इन शहरों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई है।

 इन शहरों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा बना हुआ है। साथ ही अचानक ही 30 से 40 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं भी चलने के आसार हैं।

मौसम में इस बदलाव की वजह विशेषज्ञों ने बताया है कि प्रदेश में 25 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील रहने वाला है। इस दौरान बीच-बीच में हल्के बादल आने की संभावना है। दिन के अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी रहेगी, लेकिन रात के न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट होने के आसार हैं।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 26 अप्रैल के बाद मौसम में बदलाव दिखाई देंगे। इस दौरान सूबे में तपिश बढ़ेगी, दिन का पारा 40 डिग्री के पार रहने की संभावना है। महीने के अंत में लू का प्रकोप भी लोगों को झेलना पड़ सकता है।

24 घंटे में इन जिलों में खराब हो चुका मौसम

हरियाणा में कुछ जिलों में लगातार मौसम खराब हो रहा है। 24 घंटे में हरियाणा के सोनीपत, रोहतक, रेवाड़ी, सिरसा के साथ कुछ अन्य जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो चुकी है। पिछले 20 दिनों की बात करें तो सूबे में 1.7 मिलीलीटर बारिश हो चुकी है। जबकि सामान्य तौर पर 7.4 मिलीलीटर बारिश होती है। अप्रैल में यह बारिश 5.7 कम बारिश है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि अभी हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील है, इसलिए बारिश का यह आंकड़ा बढ़ने के पूरे आसार हैं।

किसानों के लिए नुकसानदेय बारिश

हरियाणा में बारिश के अलर्ट को लेकर एक बार फिर किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। इसका कारण है मंडियों में गेहूं के धीमे उठान हो रहा है। प्रदेश में करीब 60% गेहूं की फसल मंडियों में पहुंच चुकी है। 21 अप्रैल तक मंडियों में करीब 46.54 लाख टन गेहूं पहुंच चुका है, लेकिन 40 लाख टन ही गेहूं की खरीद हुई है।

हैरानी इस बात की है कि अभी इस गेहूं की फसल में सिर्फ 2.70 लाख मीट्रिक टन ही फसल का उठान हुआ है। ओवरआल सिर्फ 36% ही फसल का उठान हो पाया है, बाकी गेहूं मंडियों में खुला पड़ा हुआ है।

4 दिन पहले गिर चुके ओले

हरियाणा में चार दिन पहले मौसम का मिजाज बदल चुका है। चार जिले ऐसे रहे जहां तेज हवा के बाद बारिश हुई और ओले भी गिरे थे। मार्च से लेकर अप्रैल में इस बार दो महीने में चार बार बारिश के साथ ओले गिर चुके हैं। इससे सूबे के गेहूं और सरसों के किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था।

मौसम विभाग के अलर्ट को लेकर फिर से सूबे के किसानों की चिंताए बढ़ गई है। दक्षिण और दक्षिण पूर्व के रोहतक, सोनीपत, पानीपत इसके अलावा पश्चिम और दक्षिण पश्चिम के सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, चरखी दादरी और भिवानी को अलर्ट मोड पर रखा गया है।