ससुराल में पीटी, बाथरूम में खाई रोटी, तकलीफ को ताकत में बदला इस महिला IAS अफसर ने

सविता प्रधान मध्य प्रदेश के मंडी जिले की रहने वाली हैं।

सविता पढ़ाई में तेज रही थीं, सविता 10वीं पास करने वाली अपने गांव की पहली लड़की थीं।

सविता ने 12वीं करने के लिए पिता जी से जिद करके गांव के 7 किमी. दूर स्कूल में जाती थी।

पढ़ाई के दौरान एक अमीर घर का रिश्ता हो गया था, शादी के बाद ससुराल वाले परेशान करते हैं।

सविता को साथ खाने की अनुमति नहीं होती थी। वो बाथरूम में छुपकर रोटी खाया करती थीं।

सविता प्रधान ने दो बच्चों को जन्म दिया लेकिन ससुराल वालों फिर भी सविता को परेशान करते थे।

सविता ने अपने आगे की जिंदगी को सुधारने के लिए फैसला लिया और ससुराल छोड़ दिया था।

मास्टर की डिग्री के बाद इन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की।

सविता ने साल 2017 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी।

सविता प्रधान मध्य प्रदेश कैडर में अफसर बनीं थीं।