Sarso Bhaav: होली तक सरसों के भाव में आ सकता है जबरदस्त उछाल, ये है बड़ी वजह

 
Sarso Bhaav: होली तक सरसों के भाव में आ सकता है जबरदस्त उछाल, ये है बड़ी वजह 

Sarso Bhaav : सरसों की किसान कटाई कढ़ाई में लगे हुए हैं। इससे सरसों की आवक मंडियों में भी तेजी से बढ़ने लगी है। मंडियों में उपज बेचने के लिए किसान सुबह से ही ट्रैक्टर ट्रालियों में लेकर आ रहे हैं। वहीं किसान सरसों के रेटों को लेकर मंडियों में अक्सर चर्चा करते हुए देखे जाते हैं। होली पर्व तक सरसों के रेट में उछाल आने की काफी उम्मीद है। 

किसानों को बता दें कि अगर मलेशिया में पाम ऑयल का भाव 4500 के पार चला गया तो सरसों बाजार में 2 वर्ष से छाए मंदी के बादल खत्म हो सकते हैं। पिछले 15 दिनों का ट्रेंड देखें तो विदेशी बाजारों में तेजी को देखते हुए सरसों के रेट 200 रुपये तक बढ़ गए हैं. लेकिन अभी यह कहना थोड़ा कठिन है कि सरसों बाजार में मंदी का दौर खत्म हो गया है।  

आपको बता दें कि इस वक्त सरसों का सीजन चरम पर है और आवक करीब 13-14 लाख बैग है। ऐसे वक्त में सरसों बाजार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। सरसों में यह तेजी का रुख रेटों को किस हद तक ले जा सकता है और सरसों बेचने का सबसे अच्छा वक्त कब होगा।

आपको बता दें कि विदेशी बाजारों से अच्छे संकेत मिलने के बाद सोमवार को तेल मिलों ने सरसों की खरीदारी बढ़ा दी है। तेल मिलों की लगातार मांग के कारण घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में तेजी जारी रही। बता दें कि इसी के चलते ही जयपुर में कंडीशन्ड सरसों का भाव 50 रुपये बढ़कर 5,575 रुपये प्रति क्विंटल हो गया

जबकि भरतपुर में सरसों के रेट 54 रुपये बढ़कर 5175 रुपये के स्तर पर पहुंच गई। दादरी मंडी में सरसों के रेट 1000 रुपये बढ़ गई और बाजार में 40 लैबों में 5300 रुपये तक की खरीद हुई। अगर 42 कंडीशन के भाव की बात करें तो चरखी दादरी में भाव 5450 रुपये तक माना जा सकता है। दिल्ली में लॉरेंस रोड पर सरसों का भाव 75 रुपये बढ़कर 5475 रुपये हो गया है।